पूर्व भानुप्रतापपुर के DFO शौकिया मिजाज के , अपने चेंबर सजाने के लिये फूंक रहे लाखों रुपए
रायपुर / छत्तीसगढ़ के एक येसा जिला है कांकेर जहां पर तीन वन मंडल स्थापित है, कांकेर वन मंडल, पूर्व भानुप्रतापपुर वन मंडल और पश्चिम भानुप्रतापपुर वन मंडल , अभी हालिया में पूर्व भानुप्रतापपुर – में पदस्थ हुए DFO (ईस्ट) ऋषभ जैन (IFS) जो प्रशिक्षु है जो SDO के रूप में मनेन्द्रगढ़ में पदस्थ थे, वहां से स्थानांतरण होकर पूर्व भानुप्रतापपुर वन मंडल में पदस्थ हुए हैं। dfo जैन अपने चेंबर और निवास की साजसज्जा में लगे हुए,आपको बता दे कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व डीएफओ चेंबर में आग लगने के वजह से Dfo डी.पी.साहु ने लाखों रुपए खर्च कर बनाया गया था! परंतु वर्तमान में पदस्थ नए dfo ऋषभ जैन (IFS) ने आते ही फिर से अपने चेंबर का जीर्णोद्धार कर उच्च क्वालिटी की पेंट पुट्टी करके चकाचौंध कर रहे है !
चेंबर की रौनक बढ़ाने में लगभग 30 लाख रुपए है खर्च किया जा रहा है, शौकिया डीएफओ अपने चेंबर को सजाने में शासकीय राशि फूंकने में कोई कसर नही छोड़ रहे है !

अब गंभीर विषय ये है कि क्या आफिस और चेंबर को चमकाने के लिये क्या प्रधान मुख्य वन संरक्षक येसा पैसा आबंटन करता है !
अगर चेंबर चमकाने के लिये ही बजट आबंटन करता है तो 39 वन मंडल है कितना करोड़ पैसा खपत होता होगा।
किस मद के पैसाें का दुरूपयोग किया जा रहा है, … यहां तक नही डीएफओ अपने निवास मेें मॉड्यूलर किचन से लेकर स्मार्ट बेडरूम तक उच्च गुणवत्ता की महंगी वस्तुएं लगाए जा रहे है !
इसमें भी लाखों रुपए की राशि खर्च की जा रही है.. मनेंद्रगढ़ में SDO के पद से प्रशिक्षण प्राप्त कर डायरेक्ट पूर्व भानुप्रतापपुर के डीएफओ बनाये गये है ऋषभ जैन। आते ही भ्रष्टाचार की मुहर लग रहा है तो न जाने अपने कार्यकाल में कितना भ्रष्टाचार करेगा यह एक संकेत मिल रहा है !
दीपवली गिप्ट है अपने चेंबर व निवास को सजाना भले ही मजदुरों को भरे त्यौहार में उनकी मजदुरी न मिले लेकिन चकाचौंध के लिए बजट उपलब्ध हैं।

