छाल परिक्षेत्र में रेंजर राजेश चौहान की एंट्री के बाद हाथी शावक की मौत…रेंजर साहब की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह…
रायपुर / रायगढ़ जिला के धरमजयगढ़ वन मंडल के वन परिक्षेत्र छाल में कुछ माह पहले ही छालपरिक्षेत्र में वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेश चौहान की पोस्टिंग हुआ है! उनके छाल में पोस्टींग होते ही एक हाथी शावक की मौत हो गई !
जबकी हांथियों के निगरानी के हांथी मित्रदल का चयन किया गया है, शासन ने गज वाहन भी दिया हुआ है ताकी सतत् निगरानी किया जा सकें, गस्त किया जा सकें!
किन्तु जिस हिसाब से हांथी सावक की मौत हुई है इससे स्पष्ट झलकता है कि रेंजर साहब निष्क्रिय है ! आपको बता दें इससे पहले वन परिक्षेत्राधिकारी स्व.मर्सकोले और प्रभारी रेंजर चंद्रविजय ने वन विभाग पर अपनी सेवाएं दी इस दौरान हाथी मित्र दल और ट्रैकरों की टीम रातरात भर जागकर पूरे जंगल में हाथियों का लोकेशन लेकर ट्रैक कर हाथियों का निगरानी कर रहा था! जिससे हाथियों की मौत का मामला नहीं के बराबर था साथ ही ऐसी ऐसी स्थितियां भी आई जिनमें वन परिक्षेत्राधिकारी के मार्गदर्शन में ग्रामीणों को रातों में प्रभावित इलाके से सुरक्षित निकाला गया लेकिन नव पदस्थ वन परिक्षेत्राधिकारी राजेश चौहान के आने के बाद लापरवाही साफ देखी जा सकती है।

तालाब में डूबने से हुई हाथी की मौत
छाल वन परिक्षेत्र के अंतर्गत बनहर सर्किल के औरानारा परिसर में मंगलवार की शाम जंगल किनारे एक तालाब में डूबने से हाथी शावक की मौत हो गई जिनका उम्र लगभग 7-8 माह का था। हाथियों द्वारा शावक के शव को पानी से बाहर तालाब किनारे निकालकर छोड़ दिया गया। वही हाथियों का दल अब भी जंगल में मौजूद है जो सतत विचरण कर रहे हैं।
धरमजयगढ़ वन मंडल में अधिकारी कर्मचारी लंबे समय से पदस्थ है कार्य के प्रति लापरवाही बरतते है जिसके कारण से लगातार घटनाऐ घट रही है।


